- Newziya
कैसे बचे फेक न्यूज़ के माया-जाल से!
आज के समय में जब फेक न्यूज़ चपक के फैलाया जा रहा है तब न्यूज़िया आप के लिए लेकर आया है, वो टूल्स और तरीके जिससे की आप खुद पहचान सकते है की क्या सही है और क्या गलत. वाट्सएप और फेसबुक वो प्लेटफार्म है जहाँ सारी चीज़े धड़ल्ले से शेयर होती है, चाहे नेहरू जी को अय्याश बताने वाली तसवीरें हो या केजरीवाल को बीमार दिखाने वाली, ये फोटोशॉप ऐसी चीज़ है ना जो भगवान नहीं कर पाते वो ये कर दिखाता है, मरे हुए आदमी को जिन्दा कर देगा, सफ़ेद बाल काले कर देगा, कभी-कभी तो लगता है की भगवान विष्णु की पूजा बंद करके फोटोशॉप की पूजा करना चालू दूँ, अगर फोटोशॉप भगवान सही में अवतरित जाएँ तो ना जाने कितनी समस्याओं का समाधान हो जाए.
आज के दौर में जब सोशल मीडिया का इस्तेमाल पोलिटिकल पार्टियों द्वारा चरम पर है, उसी समय फोटोशॉप का इस्तेमाल बहुत बढ़ गया है, कुछ भी फॉरवर्ड और शेयर हो रहा वो भी बिना जांच पड़ताल करे. आइये जानते है वो तरीके जिससे समझा जा सकता है की क्या असली है और क्या नकली.

1- गूगल रिवर्स इमेज सर्च
उदाहरण के तौर पे लेते है एक ऐसी पिक्चर जो सोशल मीडिया पे वायरल हो रही की नेहरू ने RSS की शाखा में भाग लिया था,

अब आप भी सोचने लगेंगे की वो नेहरू जो समय-समय पे RSS की निंदा करते थे वो शाखा में कैसे, तो आपको सबसे पहले फोटो को क्रॉप करना है ताकि रिवर्स सर्च लिए फ़ालतू चीज़े हटाई जा सके और फिर अपनी फोटो को रिवर्स इमेज सर्छ बॉक्स में अपलोड करना होगा और फिर आपको वो सारे आर्टिकल मिल जाएंगे जहाँ पे वो पिक्चर इस्तेमाल हुई है और सारी सच्चाई आपके सामने आ जाएगी.


सर्च रिजल्ट्स ऐसे दिखेंगे और आपको पता चल जाएगा की ये तस्वीर RSS नहीं भारतीय सेवा दल की है.
अगर रिवर्स इमेज सर्च बॉक्स आपके फ़ोन में नहीं खुलता तो आप इस लिंक में जा सकते है.

2 - सर्च फ़िल्टर का इस्तेमाल
गूगल सर्च में आप फ़िल्टर भी लगा सकते है की आपको किस समय का सर्च रिजल्ट चाहिए। इससे हमें ये पता लग सकता है की खबर कब की है, कब से फैलाई जा रही आदि.
इन दोनों गूगल टूल्स का इस्तेमाल करके आप एक जागरूक नागरिक बन सकते है और समाज को जागरूक बना सकते है.